भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (30 नवम्बर, 2012) को विज्ञान भवन में आयेजित एक समारोह में ‘लक्ष्मीपत सिंघानिया—आई.आई.एम., लखनऊ राष्ट्रीय नेतृत्व पुरस्कार-2011’ प्रदान किए।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने स्वर्गीय लक्ष्मीपत सिंघानिया को एक दूरदर्शी, असाधारण गुणों से युक्त व्यावसायिक प्रमुख बताया। उन्होंने कहा कि भारत की राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि वास्तव में हमारे ‘समावेशी’ विकास से देश का प्रत्येक विशेषकर समाज के हाशिए और सामाजिक-आर्थिक रूप से निचले स्तर पर स्थित नागरिक लाभान्वित होता है। भारत को जमीनी स्तर के ऐसे नेता चाहिए जो लोगों और उनकी समस्याओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विमर्श के केन्द्र में रखे।
ऐसा तभी हो सकता है जब प्रत्येक भारतीय राष्ट्र निर्माण के कार्य में योगदान के लिए सबलता महसूस करे तभी भारत गरीबी, कुपोषण, भूख और बीमारियों से लड़ सकता है।
यह विज्ञप्ति 1320 बजे जारी की गई